West Bengal: सोशल मीडिया पर शुक्रवार एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में कुछ साधुओं को एक बड़ी भीड़ पीट रही है. यह वीडियो West Bengal का बताया जा रहा है. सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसे सांप्रदायिक रंग दे रहे है. आइए आपको इस लेख में इस वीडियो की सच्चाई बताते हैं.
साधुओं की पिटाई की असली कहानी यह है (West Bengal)
उत्तर प्रदेश से तीन साधु पश्चिम बंगाल (West Bengal) जाते है. वह गंगासागर में मकर संक्रांति पर्व पर लगने वाले मेले में शामिल होने के लिए जा रहे थे. पुरुलिया जिले में पहुंचने पर साधुओं ने सामने खड़ी कुछ लड़कियों से आगे का रास्ता पूछा. लड़कियां साधुओं का वेश-भूषा देखकर डर गई.
स्थानीय लोगों को यह गलतफहमी हो गई कि साधुओं ने लड़कियों के साथ बदतमीजी की है. इस वजह से भीड़ साधुओं के ऊपर हमला कर देती है. इस कहानी में कुछ लोग यह जोड़ रहे हैं कि साधुओं पर बच्चा चोरी के आरोप था इसलिए भीड़ आक्रामक हो गई.
पश्चिम बंगाल (West Bengal) पुलिस ने क्या-कुछ कहा
पश्चिम बंगाल (West Bengal) के पुरुलिया जिले के पुलिस ने कहा कि, ‘साधुओं से मारपीट करने वाले 12 संदिग्ध आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि मामले की जांच अभी की जा रही है. घटना में संलिप्त बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर सब-डिविजनल कोर्ट में पेश किया जाएगा.’
बीजेपी ने लगाया यह आरोप
भारतीय जनता पार्टी बंगाल में (West Bengal) तृणमूल-कांग्रेस की मुख्य विपक्षी पार्टी है. भाजपा का यह आरोप है कि पश्चिम बंगाल की पुलिस साधुओं को बचाने में नाकाम रही है. भाजपा का कहना है कि ममता बनर्जी की सरकार इस घटना की गंभीरता से जांच-पड़ताल नही करेगी और सामने कुछ नही आएगा.