नई दिल्ली: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में आज चुनाव करवाया जा रहा है. चुनाव में लगातार हो रही हिंसा के बाद बांग्लादेश के प्रधानमंत्री को भारत की याद आ रही है. आज सुबह वोट डालने आई शेख हसीना ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है.
Sheikh Hasina ने याद किया इतिहास
साल 1947 में जब पाकिस्तान आजाद हुआ था तब पाकिस्तान दो जगह पर था. एक पश्चिम पाकिस्तान था और दूसरा पूर्वी पाकिस्तान. जो आज का बांग्लादेश है वह पहले पूर्वी पाकिस्तान था. पश्चिम पाकिस्तान अपनी संस्कृति और भाषा पूर्वी पाकिस्तान पर थोपना चाहता था. लेकिन पूर्वी पाकिस्तान ने “मुक्ति वाहिनी” जिसका भारत ने खूब समर्थन किया. इस समर्थन को अब शेख हसीना याद कर रही है.
क्या बोली शेख हसीना
बांग्लादेश के नाम संदेश में शेख हसीना ने कहा कि, “भारत हमारा भरोसेमंद दोस्त है. हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान उन्होंने हमारा समर्थन किया. 1975 के बाद, जब हमने अपना पूरा परिवार खो दिया, उन्होंने हमें आश्रय दिया. इसलिए भारत के लोगों को हमारी शुभकामनाएं.”
विपक्ष का नही है सहयोग
किसी भी लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए विपक्ष की एक महत्वपूर्ण भूमिका होती है. भारत में लोकतंत्र मजबूत है लेकिन इस्लामिक राष्ट्रों में लोकतंत्र बहुत ही कमजोर है. उदाहरण के लिए हमारे सामने पाकिस्तान और बांग्लादेश है. बांग्लादेश में इस समय राष्ट्रीय चुनाव हो रहे हैं. विपक्षी नेताओं और पार्टियों को बैन किया जा रहा है, नजरबंद किया जा रहा है. ऐसे में विपक्ष ने चुनाव का बहिष्कार किया है. इस चुनाव को देखकर समझ में आता है कि भारत कितना बेहतरीन लोकतांत्रिक देश है.
भारत ने किया बांग्लादेश का समर्थन
निष्पक्ष चुनाव नहीं करा पाने पर जहां पश्चिमी देश बांग्लादेश को चेतावनी दे रहे हैं कि वहीं पर मोदी सरकार बांग्लादेश के समर्थन में है. सरकार का कहना है कि चुनाव कराना बांग्लादेश का आंतरिक मामला है और किसी भी देश को उसके आंतरिक मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.